आरिफ नियाज़ी
रूडकी सिंचाई विभाग की कार्यशाला में सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने एक बार फिर कार्यशाला के अधिशासी अभियंता और दो अन्य कर्मचारियों के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल दिया है ।गुस्साये कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि शासन द्वारा कार्यशाला के कर्मचारियों को आठ माह से पेंशन देने के आदेश हो चुके हैं लेकिन किसी भी कर्मचारी की आज तक कोई पेंशन तक नहीं बनी है ना ही अधिशासी अभियंता के पास इसका कोई जवाब है कर्मचारियों का आरोप है कि उल्टा सीधे साधे कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कराए जा रहे हैं जिसे कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।

उत्तराखंड सिंचाई विभाग के यूनियन कार्यालय पर हुई बैठक में सेवानिवृत कर्मचारी सतीश शर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यशाला के अधिशासी अभियंता द्वारा मार्च माह में फ़र्ज़ी वर्क आर्डर तैयार कर बड़े पैमाने पर घोटाले किये गए हैं जिनकी जांच कराई जाएगी। आरोप है कि कार्यशाला के घोटाले में सहायक अभियंता और उनका बाबू,और अधिशासी अभियंता के साथ उनका बाबू शामिल है जिनकी जांच होना बेहद ज़रूरी है।

सतीश शर्मा का आरोप है कि अधिशासी अभियंता के कार्यालय में उनकी पत्नी हर समय मौजूद रहती है जबकि ऐसा कोई नियम या कानून नहीं है इसकी शिकायत उन्होंने विभाग के बड़े अधिकारियो से भी की है। उनका आरोप था कि अधिशासी अभियंता मंद बुद्धि के है लेकिन उनकी पत्नी उनकी सपोर्ट में रहती है।

कर्मचारियों ने बड़ी बेबाकी के साथ कहा कि अधिशासी अभियंता में निर्णय लेने की क्षमता नहीं है झूठे मुकदमों में कर्मचारियों को फंसाने की साजिश रची जा रही है। कर्मचारियों का आरोप था कि कार्यशाला के दो बाबू अपने सम्बन्ध बड़े अधिकारीयो से बताकर पेंशन के लिए चालीस हजार पर कर्मचारी रिशवत की मांग कर रहे हैं जिसे देने में वो असमर्थ हैं।

उन्होंने कर्मचारियों द्वारा नशा करने की बात को नकारते हुए कहा कि ये कर्मचारियों के बदनाम करने की साजिश है जबकि किसी ने शराब नहीं पी रखी थी ये आरोप पूरी तरह निराधार और झूठा है।इस मौके पर कर्मचारी अरविंद राजपूत का आरोप था कि इस समय कार्यशाला के भरष्टचार को नज़र अंदाज़ कर अधिशासी अभियंता कर्मचारियों को निशाना बनाने में लगे है जिसे कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
अब कार्यशाला के भरष्टचार की शिकायत प्रदेश के सीएम से लेकर सभी अधिकारीयो से की जाएगी।कार्यशाला के मामले की जांच एस आई टी द्वारा कराई जाने की मांग भी की जाएगी। हालांकि कार्यशाला के अधिशासी अभियंता सुरेशपाल ने सेवानिवृत कर्मचारियों को झूठ का पुलिंदा बताते हुए इसे अपने लिए एक साजिश करार दिया।इस मौके पर कर्मचारी हेतराम,हुकम चंद,महकपाल,कुंवर सिंह और नसीम अहमद समेत सैंकड़ो सेवानिवृत कर्मचारी मौजूद रहे।

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