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अबोध बालिका की हत्या पर धर्म नगरी के प्रबुद्ध लोग हुए गमगीन, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारों पर उठाये सवाल

मनोज सैनी
हरिद्वार। धर्म नगरी हरिद्वार में हुई अबोध बालिका की हत्या ने आज फिर बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ व महिला सुरक्षा पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। आज हमारी बेटियां बाहर तो क्या घर में भी सुरक्षित नहीं है। अबोध बालिका की निर्मम हत्या पर धर्म नगरी के शिक्षाविद व एसएमजेएन डिग्री कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री सुनील बत्रा ने कहा है कि “मेरी बेटी-मेरा अभिमान”, “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” आदि नारे आज निशब्द मौन हो गये। आज़ देवनगरी हरिद्वार में घटे इस कुत्सित कृत्य के हम सभी गुनहगार है। हमें सामाजिक ताने-बाने, शिक्षा दीक्षा के पुनर्विलोकन की आवश्यकता है। कब तक इस तरह की अमानुषिक घटनाएं घटित होती रहेगी?
कांग्रेस के नेताओं ने ऋषिकुल कालोनी में अबोध बालिका के विभत्स कांड उसके घर जाकर सांत्वना प्रकट की तथा परिवार वालों को विश्वास दिलाया यह लड़ाई हम लड़ेंगे और जब तक दोषी पकड़े नहीं पकड़े जाते हम लगातार संघर्ष करेंगे।उनके परिवार को सांत्वना प्रकट करने प्रतिनिधिमंडल में पूर्व राज्य मंत्री और प्रदेश महासचिव डॉ संजय पालीवाल पूर्व विधायक अमरीश कुमार महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल मेयर अनीता शर्मा, मेयर पति अशोक शर्मा ,पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी शुभम अग्रवाल यशवंत सैनी रवि कश्यप शैलेंद्र एडवोकेट,नईम कुरैशी,शफीखान,धर्मपाल ठेकेदार पार्षद जफर अब्बासी पार्षद तासीन अंसारी आदि अनेक कांग्रेस जन उपस्थित थे।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ विशाल गर्ग ने भी मासूम के कातिल को कड़ी सजा दिलाने की मांग उठाते हुए बार एसोसिएशन से अधिवक्ता उपलब्ध न कराने की गुहार लगाई। उन्होंने हैदराबाद की घटना से सबक लेते हुए दरिंदों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की। हरिद्वार देवभूमि में 11 साल की मासूम के साथ हुए हादसे से लोग बहुत ही आहत हैं। उन्होंने मासूम के हत्यारे दरिंदे आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग उठाई है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष समाजसेवी डॉ विशाल गर्ग ने रोशनाबाद बार एसोसिएशन के सचिव हिमांशु सैन को ज्ञापन प्रेषित किया। उन्होंने कहा कि मासूम की हत्या से देवभूमि कलंकित हुई है। इससे हर बेटी का पिता दहशत में हैं। उन्हें चिंता सता रही है कि आज एक मासूम, जिसकी अभी खेलने की आयु थी, उसे एक बहशी ने मौत के आगोश में सुला दिया। ऐसे दरिंदे को फांसी की सजा होनी चाहिए। मालूम हो कि रविवार को हरिद्वार की ऋषिकुल कॉलोनी की मासूम बच्ची को घर बुलाकर उसे मौत के आगोश में सुला दिया। जब मासूम बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिजनों को चिंता हुई और उसे ढूंढने के लिए निकल पड़े। डॉ विशाल गर्ग ने कहा कि ऐसे दरिंदे की पैरवी के लिए अधिवक्ता नहीं मिलना चाहिए। इस मौके विक्रम सिंह नाचीज, विश्वास सक्सेना, वीर गुर्जर, सचिन अरोड़ा, सुरेंद्र सिंह, मुकेश आदि शामिल हुए।

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