आरिफ नियाज़ी
हरिद्वार जिले में लगातार बढ़ती गौकशी की घटनाओं से जीवन दीप आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि जी महाराज बेहद नाराज़ हैं इसके लिए उन्होंने पुलिस प्रशासन के साथ साथ प्रदेश सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया है।महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि महाराज ने बृहस्पतिवार को आश्रम में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा की गौकशी की बढ़ती घटनाएं हिंदू समाज के लिए बेहद चिंता की बात है
अगर पुलिस प्रशासन ने इस पर जल्द ही अंकुश ना लगाया तो हिंदू समाज एकजुट होकर इसके लिए बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा। स्वामी ने बड़ी बेबाकी के साथ कहा की गाय के लिए भारत में लंबे समय से आंदोलन चलाया जा रहा है लेकिन आज तक भी सरकार कोई कोई ठोस कानून नहीं बना पाई है ।
उन्होंने कहा की गौ कशी के लिए मृत्युदंड का कानून बनना चाहिए तभी देश में गौ कशी पर रोक लगेगी।उन्होंने कहा की बड़ा दुर्भाग्य है की गौ माता को आज भी राष्ट्रीय सम्मान नहीं मिला है जबकि सरकार को जल्द से जल्द राष्ट्रीय सम्मान देना चाहिए।
महाराज ने कहा की बडा दुर्भाग्य है की भारत में आज तक भी गौ माता के संरक्षण के लिए कोई सख्त कानून नहीं बन पाया है जिसके चलते गौ तस्करों के हौंसले बुलंद हैं।उन्होंने कहा की इसके लिए समाज को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए बल्कि हिन्दू समाज को इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा और पुलिस प्रशासन को भी इसमें सख्ती दिखानी होगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की हिंदू अब जागरूक हो चुका है उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में गौ हत्या ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन को सतर्क होना पड़ेगा।
गौ हत्यारा किसी कीमत पर छूटना नहीं चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा की कुछ नेता गौ कशी को लेकर जिले में राजनीति कर रहे है और गौ रेट जो ठीक नहीं है।उन्होंने कहा की बांग्लादेश और रोहंगिया के लोग बड़ी संख्या में उत्तराखंड आ गए हैं जो उत्तराखंड के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ सकते हैं ऐसे लोगों पर पुलिस प्रशासन को कठोर कार्यवाही करनी चाहिए। प्रेस वार्ता में भाजपा के जिला प्रवक्ता पंकज नंदा भी मौजूद रहे।

More Stories
कांग्रेस नेता सचिन गुप्ता ने अपने पिता की तीसरी पुण्यतिथि पर लगाया रक्तदान शिविर, बड़ी संख्या में पहुंचे लोग
रुड़की में बाइक सवार युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग,हालत गंभीर,पुरानी रंजिश का मामला
मंगलौर में नगर पालिका चुनाव की सरगर्मियां तेज़,पूर्व चेयरमैन चौधरी इस्लाम ने दरगाह पर चढ़ाई चादर