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गाधारोना गांव में ट्रस्ट के मामले को लेकर दो पक्ष आमने सामने, पुलिस ने गांव पहुंचकर जांच की तेज़, मस्जिद के गेट को किया गया बंद

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आरिफ़ नियाज़ी

रूडकी के गाधारोना गांव में मस्जिद का विवाद ने उस समय  तूल पकड़ लिया जब मस्जिद में पुलिस पहुंच गई। आज लंढोरा चौकी पुलिस गांव में पहुंची और हजीरा पीर वाली मस्जिद से  सभी लोगों को बाहर निकाल दिया जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर चौकी ले आई जहां पुलिस ने उनका शांति भंग में चालान कर दिया है। वहीं पुलिस के मस्जिद से नमाज़ियों को बाहर करने से ग्रामीणों में भारी रोष  व्याप्त है।

इस बाबत मंगलौर सीओ पंकज गैरोला का कहना है कि पिछले लंबे समय से मस्जिद में नमाज़ पढ़ने को लेकर दो पक्षों में  विवाद चला आ रहा है जिसकी पुलिस को आज भी सूचना मिली थी जिसके चलते मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को मस्जिद से बाहर निकाल दिया और दो लोगों का शांति भंग में चालान कर दिया है फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।गौरतलब है कि गाधारोना गांव में हजीरा पीर वाली मस्जिद में दो पक्ष आमने सामने हैं एक पक्ष बरकाते रज़ा इस्लाम एजुकेशनल  एंड रिलिजियस ट्रस्ट का प्रबन्धक मोहम्मद आलम पुत्र जमशेद  है जबकि दूसरा पक्ष ट्रस्ट का पूर्व अध्यक्ष नूरहसन है।

ट्रस्ट के प्रबंधक मोहम्मद आलम का आरोप है कि आज    गाधारोना गांव की हजीरा पीर वाली मस्जिद में लंढोरा चौकी  पुलिस ने मस्जिद में घुसकर कुछ लोगों के साथ अभद्रता की और धक्के देकर उन्हें मस्जिद से बाहर निकाल दिया जिसकी शिकायत उन्होंने  पुलिस के उच्च अधिकारीयो के साथ साथ मूख्यमंत्री और अल्पसंख्यक आयोग से भी की है। मोहम्मद आलम का आरोप है कि ट्रस्ट के अध्यक्ष नूरहसन और  कोषाध्यक्ष ज़ुबैर ने ट्रस्ट के ज़रिए बड़ा घोटाला किया है ट्रस्ट का आज तक भी कोई लेखा जोखा या ऑडिट तक नहीं कराया  गया

जबकि हाज़िरा पीर में सात दुकान भी शामिल है जिनका काफी किराया भी प्राप्त होता है लेकिन दोनों ने मिलकर धन और संपत्ति का गबन कर लिया ।जब ये मामला सामने आया तो मस्जिद के नमाज़ियों और ग्रामीणों में दोनों को लेकर  ट्रस्ट की बैठक में एक निंदा प्रस्ताव पास किया और सभी ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया कि अब दोनों लोगों से कोई काम नही लिया जाएगा और अब ये मस्जिद और ट्रस्ट को लेकर किसी तरह का कोई निर्णय भी नहीं ले पाएंगे।

इतना ही नहीं  मस्जिद में जो भी साफ सफाई पुताई का खर्च होगा उसे  ट्रस्ट का प्रबन्धक अपने सभी ट्रस्ट के पदाधिकारियों के सहयोग से ही करेगा। जिसके बाद ट्रस्ट के लोगो ने मोहम्मद असलम पुत्र अनवर को मस्जिद में  इमाम नियुक्त कर दिया। आलम का आरोप है कि वर्तमान में नूरहसन हरियाणा जेल में बंद है। नूरहसन के लड़के सुभान उर्फ़ सोनू ,शाहज़ाद,चाचा  सीदू  और ज़ुबैर आदि ने पुलिस से मिलीभगत कर मस्जिद पर कब्ज़ा करने की योजना बना डाली जिसके बाद पुलिस ने मस्जिद के इमाम के साथ अभद्रता करते हुए उन्हें मस्जिद से बाहर निकाल दिया।

मस्जिद की पूरी घटना मस्जिद में लगे सीसी टीवी कैमरों में भी  कैद हो गई।   ट्रस्ट के प्रबन्धक का आरोप है कि आरोपी नूरहसन आपराधिक प्रव्रत्ति का व्यक्ति है जिस पर धोखाधड़ी समेत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं जो आज  भी कुरुक्षेत्र हरियाणा जेल में बंद है जबकि आरोपी ज़ुबैर पुत्र महबूब हरियाणा की जेल से भगौड़ा घोषित है पुलिस को उसकी सरगर्मी से तलाश है फिर भी गांव में खुलेआम घूम रहा है जिसकी तस्वीर कैमरे में कैद है।उन्होंने उच्च अधिकारीयो को पत्र भेजकर  पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है। हालांकि पूरा मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है।

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